देश भर में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते पुलिस ने झारखंड के झुमरीतिलैया के विभिन्न हिस्सों में संचालित चिटफंड कंपनियां के आफिसों में प्रशासन द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान संतोषजनक दस्तावेज न मिलने पर कंपनियों के आफिसों को सील कर दिया गया। ये चिटफंड कंपनियां नियमों को ताक पर रखकर जनता से राशि वसूली कर रही थीं। भारतीयप्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को झुमरीतिलैया की सात ऐसी कंपनियों के दफ्तरों में की गई छापामारी के दौरान ऐसे मामलों का खुलासा हो सका। इस संबध में संयुक्त सचिव सांस्थिक वित्त एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग, झारखंड ने जिलों के उपायुक्तों को पत्र भेज सभी ऐसी कंपनियों का सत्यापन कर अविलंब जांच रिपोर्ट तलब किया है। निर्देश के आलोक में डीसी ने चार टीमों का गठन कर आठ कंपनियों के कार्यालयों की जांच का निर्देश पदाधिकारियों को दिया। इधर एक कंपनी एमजीके एग्रीकल्चर होल्डिंग डेवलपर का पता नही चल पाया, जबकि सात कंपनियों के कार्यालय में मिली भारी अनियमितता को लेकर कार्यालयों को सील कर दिया गया। इसमें समारोह हाल झुमरीतिलैया के समक्ष स्थित वारिस फाइनांस एण्ड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड, पुराना बस स्टैण्ड के निकट केदार सदन में स्थित वेलफेयर बिल्डिंग एण्ड इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड व इनौरमस इन्डस्ट्रीज लिमिटेड, गोल्डमाइन ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज, वंदना स्वीटस के समक्ष स्थित रोज वैली, महाराणा प्रताप चौक स्थित सेवा भूमि रियल इस्टेट व छाबड़ा लाज स्थित एलकेमिस्ट शामिल हैं।
very good esa to hona hi tha
ReplyDeleteIn money cerculation companies ko to band hona hi chahiye
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